IPO: अर्बन कंपनी लिमिटेड का ₹1900 करोड़ का आईपीओ 10 सितंबर से खुलेगा, जानिए पूरी डिटेल

Urban Company Limited's ₹1900 crore IPO will open from September 10, know the full details

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चंडीगढ़: देश की अग्रणी होम सर्विसेज़ प्लेटफॉर्म अर्बन कंपनी लिमिटेड ने अपने लंबे समय से प्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की घोषणा कर दी है। यह इश्यू निवेशकों के लिए 10 सितंबर 2025 (बुधवार) से खुलेगा और 12 सितंबर 2025 (शुक्रवार) को बंद होगा। एंकर निवेशकों के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया 9 सितंबर 2025 (मंगलवार) को तय की गई है।

यह आईपीओ भारतीय पूंजी बाज़ार में इस तिमाही का एक बड़ा ऑफर माना जा रहा है, क्योंकि कंपनी का बिज़नेस मॉडल डिजिटल इकोनॉमी, टेक्नोलॉजी और ब्यूटी, पर्सनल केयर, सफाई तथा रिपेयर जैसी “ऑन-डिमांड” सेवाओं से सीधा जुड़ा है। इस वजह से इसे रिटेल सहित संस्थागत निवेशकों की भी गहरी रुचि मिलने की संभावना है।


🔹 इश्यू का आकार

अर्बन कंपनी का कुल आईपीओ आकार ₹1900 करोड़ रखा गया है। इसमें दो हिस्से शामिल हैं:

  1. Fresh Issue (नया निर्गम): ₹472 करोड़ तक

    • इसमें कंपनी नए शेयर जारी करके पूंजी जुटाएगी और इनसे प्राप्त राशि का उपयोग अपने बिज़नेस विस्तार और ऑपरेशनल ज़रूरतों में करेगी।

  2. Offer for Sale (OFS): ₹1428 करोड़ तक

    • इसमें मौजूदा निवेशक (VENTURE CAPITAL और PRIVATE EQUITY फंड्स) अपने हिस्से के शेयर बेचेंगे। कंपनी को सीधे तौर पर इस हिस्से से कोई पैसा नहीं मिलेगा।

यह स्पष्ट रूप से निवेशकों को संकेत देता है कि एक तरफ कंपनी खुद पूंजी जुटाकर आगे बढ़ना चाहती है, वहीं शुरुआती निवेशक आंशिक मुनाफा बुक कर रहे हैं।


🔹 प्राइस बैंड और निवेश की शर्तें

  • प्राइस बैंड: ₹98 से ₹103 प्रति शेयर (Face Value ₹1)

  • लॉट साइज: न्यूनतम 145 शेयर, और इसके गुणज में अतिरिक्त बोली लगाई जा सकती है।

  • कर्मचारी छूट: कर्मचारियों को शेयर मूल्य पर ₹9 प्रति शेयर की छूट मिलेगी।

यह संरचना छोटे रिटेल निवेशकों के लिए भी आकर्षक मानी जा रही है, क्योंकि ₹15,000 से कम की शुरुआती राशि में बोली लगाना संभव होगा।


🔹 जुटाई गई राशि का उपयोग

नया पूंजी निर्गम (Fresh Issue) से मिली राशि का इस्तेमाल निम्न उद्देश्यों के लिए होगा:

  1. नई टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट: ~₹190 करोड़

    • कंपनी का फोकस अपने ऐप और बैकएंड इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने पर होगा। इससे ग्राहक और सर्विस पार्टनर के अनुभव को और बेहतर करने की योजना है।

  2. ऑफिस लीज़ आधारित खर्च: ~₹75 करोड़

  3. मार्केटिंग एक्टिविटीज़: ~₹90 करोड़

    • खासकर नए शहरों और विदेशी बाज़ारों में पहुंच बढ़ाने के लिए।

  4. सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्य:

    • वर्किंग कैपिटल, बिज़नेस विस्तार और भविष्य की रणनीतियों में लचीलापन बनाने पर खर्च किया जाएगा।


🔹 ऑफर फॉर सेल (OFS) – कौन बेच रहे हैं हिस्सेदारी?

इस ऑफर में कई बड़े वेंचर कैपिटल और प्राइवेट इक्विटी निवेशक अपने हिस्से का आंशिक एग्ज़िट करेंगे।

  • Accel India IV (Mauritius) Ltd: ₹390 करोड़

  • Bessemer India Capital Holdings II Ltd: ₹173 करोड़

  • Elevation Capital V Ltd (पूर्व में SAIF Partners): ₹346 करोड़

  • Internet Fund V Pvt Ltd: ₹303 करोड़

  • VYC11 Ltd: ₹216 करोड़

ये निवेशक कई वर्षों से कंपनी में जुड़े हुए हैं और स्टार्टअप से बड़े ब्रांड बनने की यात्रा में इस फर्म को बढ़ावा देते रहे हैं। अब आंशिक तौर पर बाहर निकलना उन्हें अपने फंड्स के लिए रिटर्न हासिल करने का अवसर देगा।


🔹 लीड मैनेजर्स और लिस्टिंग

इस निर्गम के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (BRLMs) के रूप में कई दिग्गज इन्वेस्टमेंट बैंक शामिल हैं, जैसे:

  • कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड,

  • मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड,

  • गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, और

  • जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड।

आईपीओ के बाद शेयरों की सूचीबद्धता बीएसई (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर होगी।

कंपनी ने इस संबंध में अपना रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) 3 सितंबर 2025 को ROC, दिल्ली और हरियाणा के पास दर्ज किया है।


🔹 आवंटन (SEBI नियम अनुसार)

  • QIB (Qualified Institutional Buyers): कम से कम 75%

    • इसमें से 60% भाग एंकर निवेशकों को अलॉट किया जा सकता है।

  • NII (Non-Institutional Investors): अधिकतम 15%

    • इसमें भी ₹2 लाख से ₹10 लाख और ₹10 लाख से ऊपर आवेदन करने वालों के लिए उप-श्रेणियां रहेंगी।

  • Retail Investors (RII): अधिकतम 10%

अगर QIB हिस्से में 75% आवंटन पूरा नहीं होता, तो पूरा इश्यू रद्द किया जा सकता है।


🔹 बाजार की धारणा और भविष्य की रणनीति

अर्बन कंपनी का यह आईपीओ भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए खास माना जा रहा है। कंपनी को “टेक-ड्रिवेन होम सर्विसेज़ सेक्टर” में अग्रणी कहा जाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में:

  • ऑनलाइन ब्यूटी और वेलनेस सेगमेंट,

  • होम क्लीनिंग व रिपेयर सर्विसेज़, और

  • पर्सनल केयर सर्विसेज़

का बाज़ार तेज़ी से बढ़ेगा। इस कारण अर्बन कंपनी की मजबूत ब्रांड मौजूदगी और टेक्नोलॉजी पर फोकस उसे प्रतिस्पर्धा में बनाए रखेगा।

हालांकि, निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि:

  • कंपनी अभी भी प्रॉफिटेबिलिटी के मामले में शुरुआती चरण में है।

  • मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी पर भारी खर्च हो रहा है।

  • प्रतिस्पर्धियों और नए एंट्रेंट से दबाव भी बढ़ सकता है।


अर्बन कंपनी का IPO निवेशकों के लिए एक दिलचस्प अवसर है। एक तरफ यह देश की डिजिटल खपत और “ऑन-डिमांड इकॉनमी” पर भरोसा जताने का मौका है, तो वहीं दूसरी ओर शुरुआती निवेशकों के बड़े पैमाने पर हिस्सेदारी बेचने से यह संकेत भी मिलता है कि निवेशकों को जोखिम व रिटर्न का संतुलन समझना होगा।

आईपीओ का प्राइस बैंड आकर्षक रखा गया है, जिससे रिटेल निवेशकों और कर्मचारियों में उत्साह दिखाई दे रहा है। अब देखना यह होगा कि मार्केट की धारणा और लिस्टिंग के दिन कैसी प्रतिक्रिया देखने को मिलती है।


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By MFNews