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#PassiveFundsIndia #म्युचुअलफंड्स #SIPGrowth #पैसिवनिवेश #NSEIndia #निवेशकीशक्ति #EquityFlows #FinancialInclusion #DIIs #FPIs #MutualFunds #निवेश #IndiaGrowthStory चंडीगढ़: भारतीय म्युचुअल फंड उद्योग में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। निवेशक अब बाजार में सक्रिय (Active) रूप से फंड मैनेजर्स के प्रदर्शन पर निर्भर रहने के बजाय, पैसिव निवेश (Passive Investing) की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं। फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया म्युचुअल फंड के आंकड़ों के अनुसार, पैसिव फंडों के तहत प्रबंधन के अधीन कुल संपत्ति (AUM) अगस्त 2025 में ₹12.19 लाख करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। यह एक साल पहले के ₹10.96 लाख करोड़ की तुलना में 11% की शानदार वार्षिक…
