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Aug
#MutualFunds #MarketVolatility #InvestmentStrategy #CashBuffer #EquityFunds #IndianEconomy #WealthManagement #LongTermInvesting मुंबई – भारतीय शेयर बाज़ार ने जुलाई 2025 में लगातार उतार-चढ़ाव का सामना किया। वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों, अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की मौद्रिक नीतियों पर अटकलों, कच्चे तेल की कीमतों और घरेलू कॉरपोरेट नतीजों के कारण निवेशक समुदाय में अनिश्चितता बनी रही। इसी अस्थिर माहौल के बीच म्यूचुअल फंड्स ने अपनी रणनीतियों को बदलते हुए नकद भंडार (Cash Buffer) को अपेक्षाकृत ऊँचा बनाए रखा। कैश पोज़िशन में कमी लेकिन सतर्कता बरकरार हालाँकि जून की तुलना में जुलाई में कुछ प्रमुख फंड हाउस ने कैश अनुपात को घटाया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पोर्टफोलियो में…
