SIP Stoppage Ratio जुलाई में 9 महीने के निचले स्तर पर, निवेशकों की भागीदारी में सुधार

SIP Flows Remain Steady at ₹28,265 Crore in August; Equity MF Inflows Hit ₹33,417 Crore

#SIP #MutualFunds #RetailInvesting #SIPStoppageRatio #AMFI #InvestorSentiment #WealthCreation #FinancialPlanning #SystematicInvestmentPlan #MarketVolatility #InvestSmart #LongTermInvesting

नई दिल्ली: भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेतक सामने आया है। सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) स्टॉपेज रेशियो जुलाई 2025 में घटकर 62.66% पर आ गया, जो पिछले 9 महीनों का सबसे निचला स्तर है। यह गिरावट इस बात की ओर इशारा करती है कि साल की शुरुआत में हुए रिकॉन्सिलिएशन-ड्रिवन स्पाइक के बाद अब प्रवाह धीरे-धीरे स्थिर हो रहे हैं।

अप्रैल में रिकॉर्ड स्पाइक, अब स्थिरता

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार, SIP स्टॉपेज रेशियो—जो नए रजिस्ट्रेशन की तुलना में बंद हुई SIPs का अनुपात बताता है—अप्रैल 2025 में 352% के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। उस समय यह इशारा कर रहा था कि जितनी नई SIP शुरू हुईं, उससे तीन गुना से अधिक SIPs बंद हुईं।

लेकिन मई से इसमें निरंतर गिरावट देखी जा रही है:

  • मई 2025: 72.12%

  • जून 2025: 77.79%

  • जुलाई 2025: 62.66%

यह सामान्य स्तरों की ओर वापसी दर्शाता है।

क्या बताता है स्टॉपेज रेशियो?

  • 100% से ऊपर: बंद हुई SIPs ज्यादा, नेट गिरावट।

  • 100% से नीचे: शुरू हुई SIPs ज्यादा, नेट बढ़त।

विशेषज्ञ मानते हैं कि अप्रैल में आई असामान्य वृद्धि बाजार की अस्थिरता से अधिक रिकॉन्सिलिएशन और डिफंक्ट फोलियो क्लीन-अप के कारण थी। IIFL Capital की रिपोर्ट बताती है कि उस समय कुल SIP फोलियो की संख्या घटकर 10 करोड़ से नीचे आ गई थी।

भागीदारी की गुणवत्ता में सुधार

प्रशास्ता सेठ, सीईओ, प्रूडेंट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स LLP ने कहा:

“स्टॉपेज रेशियो निवेशक भावना का दर्पण है। अस्थिरता के समय बढ़ी हुई स्टॉपेज सावधानी या डर का संकेत होती है। लेकिन लंबे समय में SIP निवेशकों की भागीदारी मजबूत बनी हुई है।”

AMFI के मुताबिक, जुलाई 2025 में कॉन्ट्रिब्यूटिंग SIP फोलियो (जो वास्तव में पैसा डाल रहे हैं) का अनुपात बढ़कर 96.42% हो गया है। यह जनवरी-फरवरी में 80% से भी कम था।

  • मार्च 2025: 811 लाख फोलियो

  • जुलाई 2025: 911 लाख फोलियो

यानी निवेशक न सिर्फ SIP शुरू कर रहे हैं बल्कि नियमित योगदान भी कर रहे हैं।

स्टॉपेज के प्रमुख कारण

  • बाजार की अस्थिरता

  • लिक्विडिटी प्रेशर

  • प्रॉफिट बुकिंग

  • अस्थायी रूप से FD और गोल्ड जैसे सुरक्षित एसेट्स में शिफ्ट होना

स्वप्निल अग्रवाल, डायरेक्टर, VSRK Capital, का कहना है कि निवेशक अक्सर बाजार सुधार के समय SIP रोकते हैं, लेकिन स्थिति सामान्य होते ही दोबारा योगदान शुरू कर देते हैं।

म्यूचुअल फंड उद्योग पर असर

जुलाई 2025 में मासिक SIP योगदान ₹28,464 करोड़ के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे म्यूचुअल फंड उद्योग का कुल AUM ₹75.3 लाख करोड़ तक पहुंचा, जिसमें से SIP AUM अकेले ₹15.19 लाख करोड़ है—जो कुल AUM का 20% से अधिक है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि:

  • गिरता हुआ स्टॉपेज रेशियो

  • बढ़ते कॉन्ट्रिब्यूटिंग फोलियो
    फंड मैनेजर्स के लिए कैश फ्लो की पूर्वानुमानित स्थिरता और दीर्घकालिक ग्रोथ सपोर्ट सुनिश्चित करते हैं।

निष्कर्ष

जुलाई में SIP स्टॉपेज रेशियो का 9 महीने के निचले स्तर पर आना यह दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अस्थिरता के बावजूद दीर्घकालिक अनुशासित निवेश में भरोसा जता रहे हैं। यह न सिर्फ म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए सकारात्मक है, बल्कि देश में रिटेल निवेश की गहराई और परिपक्वता को भी दिखाता है।

#SIP #MutualFunds #RetailInvesting #SIPStoppageRatio #AMFI #InvestorSentiment #WealthCreation #FinancialPlanning #SystematicInvestmentPlan #MarketVolatility #InvestSmart #LongTermInvesting #IndiaInvests #InvestmentTrends

By MFNews