#LICMF #SmallCapFund #MutualFunds #SIPInvestment #LongTermWealth #EquityFunds #LICMutualFund #IndiaGrowthStory #SmallCapIndia #FinancialPlanning #HighRiskHighReturn #निवेशकीबात #MutualFundSahiHai #WealthCreation
मुंबई: एलआईसी म्यूचुअल फंड स्मॉल कैप फंड एक बार फिर निवेशकों के बीच चर्चा में है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो छोटे शेयरों में दीर्घकालिक संभावनाएं तलाश रहे हैं। फंड ने हाल के वर्षों में भले ही बेंचमार्क के मुकाबले हल्का प्रदर्शन किया हो, लेकिन नए मैनेजमेंट, मजबूत रणनीति और छोटे शेयरों में पुनः उत्साह के चलते यह फंड दीर्घकालिक निवेश के लिए एक सशक्त विकल्प बनता जा रहा है।
📌 फंड की मुख्य जानकारी
एलआईसी एमएफ स्मॉल कैप फंड की शुरुआत 15 जून 2017 को हुई थी। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जो मुख्य रूप से छोटे आकार की कंपनियों (small cap stocks) में निवेश करती है। इसका बेंचमार्क है NIFTY Smallcap 250 TRI, जो भारत के 250 छोटे शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है।
17 जुलाई 2025 तक फंड का नेट एसेट वैल्यू (NAV) ₹31.54 था। फंड ने अपने लॉन्च के बाद से लगभग 15.31% की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) दी है, जबकि इसका बेंचमार्क करीब 16.62% का CAGR दर्शाता है।
पिछले 3 वर्षों में फंड ने 24.06% CAGR, और 5 वर्षों में 32.15% CAGR रिटर्न दिया है। हालांकि पिछले एक साल में इसमें –2.4% की गिरावट आई है, जो हाल की बाजार की अस्थिरता को दर्शाता है।
💼 निवेश रणनीति और पोर्टफोलियो
यह फंड अपनी कुल परिसंपत्तियों का 65% से 100% तक छोटे शेयरों में निवेश करता है। साथ ही, अधिकतम 35% तक मिड-कैप या लार्ज-कैप कंपनियों में भी निवेश कर सकता है। इसके अलावा, यह फंड सीमित मात्रा में (10%) डेट इंस्ट्रूमेंट्स, REITs और InvITs में भी निवेश करता है ताकि अस्थिरता के समय कुछ स्थिरता प्रदान की जा सके।
फंड का पोर्टफोलियो विविध क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल्स, कैपिटल गुड्स, इंजीनियरिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज प्रमुख हैं।
👨💼 फंड मैनेजमेंट
वर्तमान में फंड का प्रबंधन श्री योगेश पाटिल और श्री दीक्षित मित्तल कर रहे हैं। इन दोनों ने जुलाई 2023 से फंड की जिम्मेदारी संभाली है, जब एलआईसी एमएफ और आईडीबीआई म्यूचुअल फंड का विलय हुआ था।
नए मैनेजमेंट के आने के बाद फंड ने अधिक केंद्रित पोर्टफोलियो और रिस्क कंट्रोल रणनीति अपनाई है, जिससे प्रदर्शन में स्थिरता आई है।
⚠️ जोखिम और संभावनाएं
एलआईसी एमएफ स्मॉल कैप फंड को सेबी के “बहुत उच्च जोखिम” (Very High Risk) श्रेणी में रखा गया है। छोटे शेयरों में निवेश करना जोखिम भरा होता है क्योंकि इनमें मूल्य में तेजी से उतार-चढ़ाव होता है।
फंड का एक्सपेंस रेशियो लगभग 2.37% है, जो इस कैटेगरी के औसत से थोड़ा अधिक है। इसका मतलब है कि निवेशकों को रिटर्न के साथ लागत का भी ध्यान रखना चाहिए।
🔄 प्रतिस्पर्धा और तुलना
अन्य प्रमुख स्मॉल कैप फंड जैसे SBI Small Cap Fund या Nippon India Small Cap Fund के मुकाबले एलआईसी एमएफ स्मॉल कैप फंड ने अपेक्षाकृत कम रिटर्न दिया है। फिर भी, हाल के समय में फंड की रणनीति में सुधार और स्थिरता दिखी है, जिससे निवेशकों का भरोसा फिर से बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय स्मॉल कैप में गिरावट के कारण लंबी अवधि के लिए SIP शुरू करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। भारत की आगामी आर्थिक विकास यात्रा, सरकारी पूंजी निवेश और MSME सेक्टर की मजबूती स्मॉल कैप कंपनियों के लिए बड़ी संभावनाएं ला सकती है।
🎯 किसके लिए उपयुक्त है यह फंड?
-
जो निवेशक उच्च जोखिम लेने को तैयार हैं
-
जिनका निवेश समय क्षितिज कम से कम 5 से 7 साल का है
-
जो पोर्टफोलियो में विविधता और ग्रोथ चाहते हैं
-
जो स्मॉल कैप सेक्टर में लंबी अवधि का फायदा उठाना चाहते हैं
निवेश सलाहकार सुझाव देते हैं कि इक्विटी पोर्टफोलियो का 10–20% हिस्सा स्मॉल कैप फंड्स में रखना उपयुक्त रहता है, ताकि लाभ की संभावना बनी रहे लेकिन जोखिम सीमित रहे।
📢 निष्कर्ष
एलआईसी एमएफ स्मॉल कैप फंड उन निवेशकों के लिए एक उचित विकल्प हो सकता है जो लंबी अवधि में भारत की ग्रोथ स्टोरी का हिस्सा बनना चाहते हैं। हालिया गिरावट के बावजूद, फंड का ट्रैक रिकॉर्ड स्थिर रहा है और मैनेजमेंट में हुए बदलाव इसे मजबूत बना रहे हैं।
निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना और अपने निवेश लक्ष्यों के अनुसार योजना बनाना आवश्यक है।
🔖 हैशटैग्स:
#LICMF #SmallCapFund #MutualFunds #SIPInvestment #LongTermWealth #EquityFunds #LICMutualFund #IndiaGrowthStory #SmallCapIndia #FinancialPlanning #HighRiskHighReturn # निवेशकीबात #MutualFundSahiHai #WealthCreation
